कैलिफ़ोर्निया के गणितज्ञों ने एक ऐसी अभाज्य संख्या की खोज की है
जिसमें 13 लाख अंक हैं.
अभाज्य संख्याएँ अपने अलावा केवल एक से ही विभाजित होती हैं.
कैलिफ़ोर्निया यूनिवर्सिटी के दल (यूसीएलए) ने लॉस एंजेलेस में ये नया नंबर 75 कंप्यूटरों को जोड़कर और अपनी अप्रयुक्त शक्ति को काम में लाकर हासिल किया.
ऐसा करके उन्होंने उस ज़बर्दस्त गणना को संपादित किया जो कि इस नए नंबर को हासिल करने और सत्यापित करने के लिए आवश्यक थी.
17वीं शताब्दी के फ़्राँसीसी गणितिज्ञ मैरीन मरज़ेन ने सबसे बड़ी अभाज्य संख्या ‘मरज़ेन’ खोजी थी. दुनिया में हज़ारों लोग अपने कंप्यूटरों को आपस में लिंक करके इससे भी बड़ी अभाज्य संख्या को खोजने में जुटे है.
मरज़ेन अभाज्य संख्या "दो की घात पी माईनस वन" के फ़ार्मूले से व्यक्त की जाती है, इसमें पी को अभाज्य संख्या रखा जाता है.
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7 comments:
भाई, जरा लिख के बता देते वो संख्या हमें भी पता चल जाता.. और फिर हम उससे बड़ी संख्या खोजते :)
इस अविभाज्य संख्या का आकार समझ से परे है इसलिये दिमाग कुछ समझ नहीं रहा है। मै यह जानना चाहता हूँ कि इतनी बड़ी अविभाज्य संख्याओं का कोई व्यावहारिक उपयोग भी है क्या? या केवल बौद्धिक जुगली के लिये है ये सब?
जानकारी के लिए धन्यवाद।
अच्छी जानकारी है। लिखते रहें।
अनुनाद जी, यह कोई नियम नहीं बता सकता कि अगली अविभाज्य संख्या कौन सी होगी। यह इस संख्या को सबसे अलग बनाता है। इसका प्रयोग यदि सूचना प्रद्योगिकी में देखें तो एकान्तता की बात लाता है। इसका प्रयोग प्राइवेट और पब्लिक की में किया जाता है। ।
ऐसे गणित ही ऐसा विषय है जिसमें अक्सर शोद्ध होता है पर पता नहीं होता कि उसका क्या प्रयोग है। अक्सर प्रयोग सालों बाद कभी १०० साल बाद पता चलता है
Kriptography me use hota h
pura ans to btaya kren
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